दिल्ली हिंसा में पिता की गई जान,फिल्म मेकर अतुल कास्बेकर ने कहा- 'पागलपन का यह चक्र हमेशा चलता रहेगा।'
नई दिल्ली। CAA के खिलाफ अब उठ रही आवाज़ो ने हिंसा का रूख कर लिया। जहां कई महीनों से नागरिकता संशोधन के प्रदर्शन से लोग परेशान थे वहीं अब ये परेशानी बेचैनियों में तबदील हो गई। धर्म के आग में ना जाने कितने घर झुलसते जा रहे हैं। सोशल मीडिया पर विरोध की कई तस्वीरें और वीडियोज वायरल हो रही है। हर तस्वीरों और वीडियो को देख आंखें नम और होंठो पर चुप्पी छा जाती है। वहीं हालत रोज़ाना हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं।
इसी बीच सोशल मीडया पर एक ऐसी तस्वीर वायरल हो रही है। जो धर्म और धर्म के पीछे लड़ने वालों पर कई सवाल खड़े कर देता है। पिता के शव के सामने सिसकियां लेता बच्चा। ये तस्वीर आज हर जगह दिखाई दे रही हैं। वहीं फिल्म मेकर अतुल कास्बेकर ( Atul Kasbeakar ) ने इस तस्वीर को शेयर करते हुए ट्वीट किया है। ट्वीट करते हुए अतुल ने लिखा- "इस तस्वीर ने मेरा दिल तोड़ दिया है. और अगर यह लड़का गुस्से की भावना के साथ बड़ा होता है और प्रतिशोध की मांग करता है तो उसे कौन दोषी ठहरा सकता है? पागलपन का यह चक्र हमेशा चलता रहेगा। और अगर आपके भगवान और उनके सिद्धांत इसे उचित ठहराते हैं तो यह समय प्रार्थना को रोकने का है।"
इस प्रदर्शन में कई लोगों की जान चली गई है। वहीं उत्तर-पूर्वी के कई इलाकों में दंगे हुए। विरोधी और समर्थक को आपसे में भिड़ने हिंसा हुई जिसमें अभी तक 42 लोगों ने अपनी जान गवां दी है।
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