Depression पर बात करते हुए Celina Jaitly को लेकर बोलीं- Sushant भारत का पहला ऑस्कर जीतने के काबिल थे
नई दिल्ली | सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) के निधन के बाद इतने दिन बीत चुके हैं लेकिन अभी भी लोग उनके जाने का दुख सहन नहीं कर पा रहे हैं। सिर्फ सुशांत का परिवार ही नहीं बल्कि फैंस, उनके दोस्त और कई सेलेब्स को भी उनकी सुसाइड से बड़ा झटका (Sushant Singh Rajput fans) लगा है। सोशल मीडिया पर डिप्रेशन और मेंटल हेल्थ (Depression and Mental Health) जैसे मुद्दे फिर चर्चा का विषय बन गए हैं। वहीं दूसरी तरफ नेपोटिज्म और आउटसाइडर्स के साथ अच्छा बर्ताव ना किए जाने को लेकर बॉलीवुड भी निशाने पर है। सुशांत के फैंस बड़े-बड़े सेलेब्स का बहिष्कार (Sushant fans boycott Starkids) कर रहे हैं। बिहार में स्टारकिड्स की फिल्मों का विरोध किया जा रहा है। सुशांत के कई दोस्त अभी भी उनके लिए भावुक पोस्ट लिख रहे हैं। वहीं अब बॉलीवुड एक्ट्रेस सेलिना जेटली (Celina Jaitly) सुशांत के निधन पर दुख जताते हुए उन्हें ऑस्कर विजेता बताया है।
सेलिना जेटली भी लंबे समय से डिप्रेशन (Celina Jaitely depression) का शिकार रही हैं। उन्होंने इसपर बात करते हुए कहा कि पैरेंट्स के निधन के बाद वो डिप्रेशन की तरफ बढ़ रही थीं। जब उन्होंने अपने बेटे को जन्म दिया उसके बाद वो इसकी शिकार हो चुकी थीं। डिप्रेशन के बारे में जानकारी देते हुए सेलिना ने कहा कि ये एक बीमारी है जो आपके आसपास से पॉजिटिव इनर्जी को खत्म कर देती है। डिप्रेशन किसी को अमीर-गरीब देखकर नहीं आता ये बस आ जाता है। किसी भी उम्र के व्यक्ति को ये हो सकता है।
सुशांत की सुसाइड पर बात करते हुए सेलिना (Celina on Sushant death) ने कहा कि ये बहुत सदमा देने वाली खबर थी। सुशांत बहुत टैलेंटेड एक्टर थे। किसी ने अपना बेटा खोया है, किसी ने अपना प्यार, किसी ने भाई खोया और बॉलीवुड ने एक बहुत बेहतरीन एक्टर को अलविदा कहा है। सुशांत में वो प्रतिभा थी कि आगे चलकर भारत का पहला ऑस्कर जीतने के काबिल Sushant would have win India first Oscar) थे। ये हैरान करने वाला है कि ऐसा क्या हुआ जिसके कारण सुशांत को सुसाइड (Sushant Singh Rajput suicide) करनी पड़ी।
सेलिना ने अपने डिप्रेशन (Sushant Singh Rajput depression) को लेकर फैमिली को थैंक्स कहा और बोलीं कि मेरे पास हमेशा से फैमिली का सपोर्ट रहा। मेरे आसपास सभी लोग बहुत प्यार करने वाले थे। अगर ऐसा रहता है तो इससे निकला जा सकता है। कभी भी इस बीमारी को हल्के में नहीं लेना चाहिए। मेरे पति हर वक्त मेरी केयर में लगे रहे। डॉक्टर्स ने भी पूरी कोशिश की है। अब मैं पहले से काफी बेहतर हूं, ये कोशिश जारी है।
from Patrika : India's Leading Hindi News Portal https://ift.tt/3dNdB7R
No comments: