- हरीश मलिक
'इस फिल्म में तुम्हें देखने के लिए मेरी ताकत का हर एक अंश लगेगा।.. मैं तुम्हें और तुम्हारे प्यार को सेलिब्रेट करूंगी।.. तुम मेरे जीवन के हीरो हो ।.. मुझे पता है कि आप इसे हमारे साथ देख रहे होंगे !!'
इसे आप श्रद्धांजलि कहें। शब्दांजलि कहें या दिली जज्बात की आदरांजलि। सुशांत सिंह राजपूत की अंतिम फिल्म 'दिल बेचारा' के प्रीमियर से पहले उनकी गर्ल फ्रेंड रही रिया चक्रबर्ती के जज्बात इन्हीं शब्दों में सामने आए। इसी शिद्दत से ये शब्द जीते-जी सुशांत के सामने आ गए होते तो शायद आज कहानी कुछ और होती ! इस अफसाने पर बात बाद में...फिलवक्त तो जिक्रउस बेचारे दिल का, जो महबूबा के लबों पर हंसी लाने के लिए फना हो गया। 'दिल बेचारा' का हीरो इमान्नुअल राजकुमार जूनियर उर्फ मैनी अपनी माशूका किजी वासु की किस्मत में मिले कैंसर के गम को खुशी की लकीरों में बदलता रहता है। 'दिल बेचारा' प्यार की वह अधूरी और अद्भुत दास्तां ही है, जिसे प्रेमी चाहकर भी पूरा नहीं कर पाते। या यूं कह लें कि प्यार की अधूरी कहानियां ही अमर होती हैं...वह चाहे कैस और लैला हो, हीर और रांझा हो या फिर सोहणी-महिवाल। प्यार मुकम्मल होते ही किसी खोह में खो-सा जाता है। सुशांत केस में पुलिस की इंस्वेस्टीगेशन जिस ओर इशारा कर रही हैं, वह कुछ-कुछ चुगली खाती हैं कि रील लाइफ की तरह रियल लाइफ में भी सुशांत का प्यार मुकम्मल नहीं हो पाया। इस केस में महेश भट्ट, करण जौहर जैसे बड़े नाम सवालों के घेरे में हैं। 'झांसी की रानी' कंगना रनौत ने तो बकायदा सुशांत को न्याय दिलाने के लिए अभियान चलाया हुआ है।
आखिरकार यह पता चलना ही चाहिए कि सुशांत ने प्यार में धोखा खाया? या प्यार की खातिर जान दी ? फिल्मी गुटबंदी/ नेपोटिज्म का शिकार हुआ या उसके मौत की कोई और वजह है? यह तो तय है कि सड़क पर गुब्बारे बेचने वालों तक के साथ अल्हड़, अलमस्त हो जाने वाला इमान्नुअल राजकुमार जूनियर उर्फ सुशांत यूं ही तो जिंदगी से हार मानने वाला नहीं था। सुशांत तो असल में इमान्नुअल राजकुमार जूनियर ही था, जिसका मकसद ही दूसरों के लबों पर खुशी लाना था। तभी तो ऑस्टियो सार्कोमा कैंसर से पीडि़त जूनियर थायराइड कैंसर से ग्रस्त किजी वासु को हंसता-मुस्कराता छोड़ खुद आसमां का सितारा बन गया।
सोशल मीडिया पर रिया के कुछ वायरल हो रहे फोटो के चलते उनको सोशल प्लेटफॉर्म पर मर्डर और रेप की धमकियां मिल रही हैं, जो निहायत घटिया हरकतें हैं। इनकी निंदा की जानी चाहिए। रिया ने ऐसे इंस्टाग्राम यूजर के खिलाफ एफआइआर भी कराई है। रिया के खिलाफ भी सुशांत के पिता ने प्यार में फंसाने और फिर खुदकुशी के लिए उकसाने की रिपोर्ट दर्ज करा दी है।
दिलकश मुस्कराहट से दिलों को जीत लेने वाले सुशांत सिंह राजपूत की रील और रियल कहानी में सब कुछ है- रोमांस, सस्पेंस, दर्द-तड़प, फिल्मी हस्तियां, ड्रामा और शायद अपराध भी! मुकेश भट्ट शायद इस पटकथा पर आशिकी-4 की बुनियाद रख लें। मुकेश को 'दिल बेचारा' की आत्मा बने इस गाने को आदरांजलि के रूप में अपनी नई फिल्म में रखना ही होगा। क्योंकि इसके बिना आशिकी अधूरी रहेगी। दूर सदाओं से कहीं सुशांत की दर्दभरी आवाज गा रही है... तुम न हुए मेरे, तो क्या/ मैं तुम्हारा, मैं तुम्हारा, तुम्हारा रहा/ मेरे चंदा, मैं तुम्हारा सितारा रहा।
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