
मुंबई। अपनी अदाकारी के खास अंदाज और संवाद अदायगी की विशिष्ट प्रतिभा के साथ महमूद ( Mehmood Ali ) ने करीब 5 दशक तक दर्शकों को गुदगुदाया। 'किंग ऑफ कॉमेडी' कहे जाने वाले महमूद को अमिताभ बच्चन ( Amitabh Bachchan ) अपना गॉड फादर मानते थे। जिस जमाने में अमिताभ को इंडस्ट्री में कोई खास मुकाम नहीं था तब महमूद ने उन्हें अपने घर में शरण दी और फिल्मों में काम दिलाने में मदद की। इस बारे में महमूद ने अपने एक इंटरव्यू में कहा था कि अमिताभ उनके बेटे हैं। महमूद के जन्मदिन पर आइए जानते हैं कैसा रहा बिग बी और उनका साथ:
इंप्रेस करने ले जाते थे गाड़ियां
इंडस्ट्री में महमूद को उनकी बेमिसाल लाइफस्टाइल के लिए भी जाना जाता था। इस लाइफस्टाइल का हिस्सा थी उनकी कारों को लेकर दीवानगी। एक इंटरव्यू में महमूद के भाई अनवर अली ने कहा था कि महमूद के पास करीब 24 कारें थीं। इनमें कई लग्जरी कार भी थीं। कई बार अमिताभ लोगों को इंप्रेस करने के लिए उनकी कार ले जाया करते थे।
'अमिताभ को कमाना सिखाया'
महमूद ने अपने एक वीडियो मैसेज में कहा था,'जब इनसान को सक्सेस मिलती है तो उसके दो बाप हो जाते हैं एक पैदा करने वाला बाप तो दूसरा कमाना सिखाने वाला बाप तो मैं अमिताभ का वो बाप हूं जिसने उसे कमाना सिखाया।' अमिताभ के फिल्म जगत में 25 साल होने पर महमूद ने वीडियो मैसेज किया था। इसमें उन्होंने बताया था कि जब मुंबई के एक अस्पताल में वह एक सर्जरी के लिए भर्ती हुई, तो उसी दौरान अमिताभ के पिता भी उसी अस्पताल में भर्ती थे। अमिताभ अपने पिता से तो मिलकर गए, लेकिन महमूद से नहीं मिले। इस पर महमूद ने कहा था, 'मैं तो बाप था इसलिए माफ कर दिया, किसी और के साथ ऐसा कभी मत करना।'
राजीव गांधी को ऑफर किया फिल्म में रोल
कॉमेडी एक्टर होने के साथ महमूद निर्माता-निर्देशक भी थे। 1972 में उनकी फिल्म ' बॉम्बे टू गोवा' आई। एक रिपोर्ट के अनुसार, इसमें वह राजीव गांधी को लीड रोल में लेना चाहते थे। तब वह राजनीति में नहीं आए थे। हालांकि राजीव ने इस फिल्म के लिए मना कर दिया था। बाद में यह रोल अमिताभ को दिया गया, जो उस समय काम की तलाश में थे।
यह भी पढ़ें: —Viral Video: शेखर ने अंकिता से पूछा-सुशांत से शादी कब कर रही हो? मिला प्यारा जवाब
300 फिल्मों में किया काम
बाल कलाकार से हास्य अभिनेता के रूप मे स्थापित हुए महमूद का जन्म 29 सितम्बर, 1933 को मुंबई में हुआ था। महमूद को अपने सिने कैरियर में तीन बार फिल्म फेयर पुरस्कार से सम्मानित किया गया। अपने पांच दशक से लंबे सिने कैरियर में करीब 300 फिल्मों में अपने अभिनय का जौहर दिखाकर महमूद 23 जुलाई, 2004 को इस दुनिया से हमेशा के लिए रूखसत हो गए।
from Patrika : India's Leading Hindi News Portal https://ift.tt/345Umn5