—शैतान प्रजापत
पहले आज की तरह ऑडिशन नहीं हुआ करता था। जिन कलाकार की इमेज बन चुकी होती है उनकी परफॉर्मेंस देखकर डायरेक्टर उनको बुलाकर अपने हिसाब से रोल दे दिया करते थे। यक कहना है गजेंद्र चौहान और मंजीत कुल्लर (Gajendra Chauhan and Manjeet Kullar) का। इन दिनों कलर्स चैनल (Colors channel) पर धीरज कुमार के डायरेक्टर (Director of Dheeraj Kumar) में बनी 'ओम नम: शिवाय' (Om Namah: Shivay) का प्रसारण किया जा रहा है। इसमें गजेंद्र ने दक्ष प्रजापति (Gajendra played Daksha Prajapati) और मंजीत ने सति (Manjeet played Sati) का किरदार निभाया था। पत्रिका एंटरटेंनमेंट के साथ दोनों ने इसे शो और इंडस्ट्री में आए बदला के बारे में बातचीत की है।
माइथोलॉजी रोल को आया मजा
गजेंद्र ने बताया कि माइथोलॉजी में किसी रोल को करने में मजा आया तो महाभारत के बाद 'ओम नमः शिवाय' में दक्ष का रोल उनको बहुत पसंद आया।
डायरेक्टर धीरज अपने कलाकार पर कोई ज्यादा पाबंदी नहीं रखते थे और सेट पर खुशनुमा माहौल रहता था इसलिए शूटिंग के दौरान बहुत अच्छा लगा। उनके सामने रामायण और महाभारत का कंपटीशन खड़ा था जो पहले से पॉपुलर हो चुके थे। उन्होंने उस लेवल का शो 'ओम नमः शिवाय' बनाया जो पॉपुलर भी हुआ और इसको दर्शकों का भी भरपूर प्यार मिला। इसके अलावा डायरेक्टर ने मेकअप, कॉस्टयूम और सेट पर बहुत खर्चा किया। उन्होंने किसी भी प्रकार की कोई कमी नहीं रहती है। इस शो के लिए उन्होंने अच्छे अच्छे स्टार्स को कास्ट किया।
ओरिजिनल सांप का किया इस्तेमाल
आजकल शूटिंग पर एनिमल का बैन चल रहा है, लेकिन पहले ऐसा नहीं होता था। फिल्म और शो की शूटिंग के दौरान ऊंट, हाथी, बेल, सांप और घोड़े का इस्तेमाल किया जाता था। ओम नम: शिवाय में शादी के दौरान एक बेल का इस्तेमाल किया गया था। इस बैल पर भगवान शिव और पार्वती को बिठाया गया था। खास बात यह है कि इस शो में शिव के गले में जो सांप था वह ओरिजिनल था। उस सांप की मोमेंट सभी को बहुत पसंद आईं। प्रतिबंध के चलते इन दिनों ज्यादादत आर्टिफिशियल एनिमल का प्रयोग किया जाता है।
नए कलाकारों को दिए टिप्स
मंजीत ने बताया कि मैंने अपने जीवन में बहुत सारी बहुत सारी फिल्में की है। अभिने त्री से लेकर विलेन का किरदार निभाया है। इसके अलावा कई छोटे और सहायक रोल का भी मौका मिला। नए कलाकारों को टिप्स देते हुए अभिनेत्री ने कहा कि आपको अपने जीवन में आगे बढ़ना है तो खूब मेहनत करो। डायरेक्टर के हिसाब से परफेक्ट शॉट देना चाहिए। इसके लिए आपको पहले प्रेक्टिस करनी पड़ेगी। असफल भी होते है तो आपको निराश नहीं होना है। हमेशा हर जगह आपको नया सिखने को मिलेगा। यदि आप में टेलेंट है तो उसको कोई भी नहीं बदला सकता। आप सच्चे मन से मेहतन करो सफलता आपके पास आएंगी।
चल रहा है चैनल वॉर
बदलाव के बारे में दोनों कलाकारों ने बताया कि परिवर्तन प्रकृति का नियम है। आजकल फिल्म इंडस्ट्री में लेखकों की कमी नजर आ रही है। पहले आराम से शूटिंग करते थे कोई जल्दबाजी नहीं थी। वर्तमान में डायरेक्टर और कलाकारों के पास समय का अभाव है। जल्दबाजी के चक्कर में कुछ गलतियां रह जाती है जो दर्शकों को हिट होती है। इन दिनों चैनल वॉर चल रहा है।
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