नवाजुद्दीन सिद्दीकी को घर से निकाल दिया था दोस्त ने, खाने के लिए नहीं थे पैसे, फिर ऐसे बने सुपरस्टार
अपने संजीदा अभिनय से बॉलीवुड में अलग पहचान बनाने वाले अभिनेता नवाजुद्दीन सिद्दीकी की फिल्म 'रोम रोम में' इन दिनों फेस्टिवल में खूब धूम मचा रही है। नवाज ने अपनी आगामी फिल्म 'मोतीचूर चकनाचूर' को लेकर पत्रिका संवाददाता अरुण लाल से विशेष बातचीत करते हुए कहा, 'आपको यकीन नहीं होगा कि पिछले कई सालों से मैंने कोई फिल्म नहीं देखी। मैं डॉक्यूमेंट्री देखना पसंद करता हूं।' उन्होंने कहा, 'एक कलाकार को हर तरह के काम करने चाहिए, इसलिए मैं 'हाऊसफुल 4' जैसी मसाला फिल्म भी करता हूं और 'मोतीचूर चकनाचूर' भी करता हूं।
अच्छा और बुरा वक्त थोड़े समय के लिए
नवाज बताते हैं कि उनका जीवन का सफर बहुत रोचक रहा। कभी अच्छा समय आया, तो कभी बुरा। उन्होंने कहा,'मैं मानता हूं कि अच्छा समय भी थोड़े समय के लिए आता है और बुरा समय भी। पर जब बुरा समय गुजरने के बाद अच्छा समय आता है तो आपको पता होता है कि आपको ज्यादा उड़ना नहीं चाहिए। उन्होंने कहा,'मैं कलाकार बनने मुंबई तो आ गया था, पर आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी। कई बार तो सुबह के नाश्ते में चाय और पारले ली बिस्कुट, दोपहर के भोजन में भी चाय और पारले ली बिस्कुट और रात का भोजन भी यही होता था। किसी दोस्त के यहां रह लिए 10 से 15 दिन, एक दिन उसने कह दिया मेरा राशन खत्म हो गया, अब निकल लो। तो किसी दूसरे दरवाजे पर दस्तक देते। खैर दिन बदलते हैं, समय बीतता है। आज भी मैं एक आम इंसान हूं।'
चैलेंजिंग रोल करना चाहता हूं
नवाज ने कहा, 'मैं चुनौती भरे रोल करना चाहता हूं। पर इस फिल्म में कोई चुनौती नहीं रही। यह सीधी सरल कहानी है। हमारा काम ऐसा है कि हम परिवार को ज्यादा समय नहीं दे पाते। ऐसे में कई बार परिवार वालों को थोड़ी परेशानी होती है। वे कहते हैं यह दो आम लोगों की कहानी है, जिनकी उम्र बढ़ गई है और वे विवाह करना चाहते हैं। फिल्म के हीरो को किसी भी लड़की से शादी करनी है, जबकि लड़की किसी एनआरआई से शादी करना चाहती है, जिससे उसका सोशल मीडिया स्टैंडर्ड बढ़े। विवाह और विवाह के बाद की नोक-झोंक, रोज-रोज की परेशानियां और खुशियां इस फिल्म में नजर आएंगी। आम लोगों के बीच की यह कहानी मजेदार कॉमेडी है।'
रोमांस का मौका नहीं मिला
एक्टर ने कहा,'मैं किसी ऐसे आदमी की बायोपिक करना चाहता हूं, जिसका जीवन बेहतर रहा हो, पर वह मशहूर न हो। बायोग्राफी के विवाद से सबक लिया है कि आगे से कभी बायोपिक नहीं लिखूंगा। जब मैं फ्री रहता हूं तो बच्चों की पढ़ाई में मदद करता हूं। मैं फिल्मों में रोमांस करने आया था, पर मुझे यह मौका मिला नहीं। अब चाहता हूं कि इस फिल्म के बाद मुझे इस तरह के मौके मिलें।'
from Patrika : India's Leading Hindi News Portal https://ift.tt/2NqatUh
No comments: