-दिनेश ठाकुर
बॉलीवुड की कई हस्तियों को हॉलीवुड की फिल्मों में हुनर दिखाने का मौका मिल चुका है। अब ऋतिक रोशन की बारी है। खबर है कि हॉलीवुड की प्रमुख टेलेंट एजेंसी गेर्श उनके लिए वहां की फिल्मों के दरवाजे खोलेगी। यह एजेंसी 1949 से हॉलीवुड के लिए प्रतिभाएं खोज रही है और अब तक कई कलाकारों की तकदीर चमका चुकी है। ऋतिक रोशन की फिल्में 20 साल से देश-विदेश में सुर्खियां बटोर रही हैं। इस लिहाज से उन्हें यह मौका काफी पहले मिल जाना चाहिए था। मल्लिका शेरावत तक उनसे पहले हॉलीवुड का चक्कर काट आई हैं।
बहरहाल, शशि कपूर पहले भारतीय नायक थे, जिन्हें हॉलीवुड में हुनर दिखाने का मौका मिला। निर्देशक जेम्स आइवरी की 'द हाउस होल्डर' (1963) में उन्होंने नायक का किरदार अदा किया। भारतीय परिवेश पर बनी इस फिल्म में बॉलीवुड के कई और कलाकार थे- लीला नायडू, दुर्गा खोटे, पहाड़ी सान्याल, अचला सचदेव, पिंचू कपूर, प्रयाग राज वगैरह। शाशि कपूर बाद में जेम्स आइवरी की 'शेक्सपीयरवाला' (1965), 'बॉम्बे टॉकीज' (1970) और 'हीट एंड डस्ट' (1983) में भी नजर आए। अमरीश पुरी ने स्टीवन स्पीलबर्ग (जुरासिक पार्क, शिंडलर्स लिस्ट) की 'इंडियाना जोन्स एंड द टेम्पल ऑफ डूम' (1984) में तांत्रिक का किरदार अदा किया था। नसीरुद्दीन शाह (द लीग ऑफ एक्स्ट्राऑर्डिनरी जेंटलमैन) और ओम पुरी (सिटी ऑफ जॉय, वुल्फ, घोस्ट) के लिए भी हॉलीवुड के दरवाजे समय-समय पर खुलते रहे, लेकिन नब्बे के दशक तक बॉलीवुड कलाकारों की मांग में ऐसा उछाल नहीं था, जैसा पिछले 15-20 साल से देखने को मिल रहा है। अब न सिर्फ हमारे कलाकारों को वहां उदारता से फिल्में दी जा रही हैं, बल्कि विभिन्न अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोहों में चमक बिखेरने के लिए भी बुलाया जा रहा है।
हॉलीवुड की फिल्मों में काम करने वालों की फेहरिस्त में अमिताभ बच्चन, इरफान खान, अनिल कपूर, ऐश्वर्या रॉय, तब्बू, प्रियंका चोपड़ा और अनुपम खेर का नाम जुड़ चुका है। पहले शिकायत रहती थी कि हॉलीवुड फिल्मों में भारतीय कलाकारों को मामूली किरदार सौंपे जाते हैं। पिछले कुछ साल में यह शिकायत तो काफी हद तक दूर हुई है, लेकिन मेहनताने के मामले में भेदभाव बरकरार है। हॉलीवुड के कलाकारों के मेहनताने का एक चौथाई हिस्सा भी हमारे कलाकारों को नहीं मिलता।
दरअसल, बॉलीवुड सिनेमा ने पिछले कुछ साल के दौरान जो अंततराष्ट्रीय पहचान हासिल की है, उसे देखते हुए हॉलीवुड अब इसे और नजरअंदाज नहीं कर सकता। बॉलीवुड के कलाकार कई देशों में लोकप्रिय हैं। उन्हें मौका देकर हॉलीवुड अपने दर्शक वर्ग का दायरा बढ़ाना चाहता है। इसके अलावा भारत में मनोरंजन उद्योग जिस रफ्तार से फल-फूल रहा है, उस पर भी हॉलीवुड की नजर है। पहले वह चीन को ध्यान में रखकर फिल्में बनाता था, क्योंकि चीन दुनिया में फिल्मों का सबसे बड़ा बाजार है। अमरीका-चीन के कारोबारी युद्ध को लेकर हॉलीवुड अब फिल्मों के दूसरे सबसे बड़े बाजार भारत पर डोरे डाल रहा है। इसीलिए हॉलीवुड के 'रैम्बो' सिल्वेस्टर स्टेलॉन कहते हैं कि वह सलमान खान के साथ काम करना चाहते हैं और अभिनेत्री क्रिस्टन स्टीवर्ड को ऋतिक रोशन के साथ फिल्म का इंतजार है।
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