बॉलीवुड में MeToo कैम्पेन चलाने वाली तनुश्री दत्ता की मुश्किलें बढ़ती जा रही है। दिग्गज अभिनेता नाना पाटेकर के एनजीओ 'नाम फाउंडेशन' ने तनुश्री पर 25 करोड़ रुपये का मानहानि का मुकदमा किया। इसके साथ ही बॉम्बे हाईकोर्ट ने भी तनुश्री को प्रेस कॉन्फ्रेंस में एनजीओ 'नाम फाउंडेशन' पर कोई भी आरोप लगाने से रोक दिया है। पिछले दिनों तनुश्री ने एनजीओ पर भ्रष्टाचार समेत दूसरे गंभीर आरोप लगाए थे।
दरअसल, तनुश्री ने इसी वर्ष जनवरी को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। इसमें उन्होंने एनजीओ के खिलाफ आरोप लगा थे। हाईकोर्ट में दाखिल याचिका में नाना पाटेकर और मकरंद अनासपुरे द्वारा 2015 में शुरू किए गए नाम फाउंडेशन ने कहा कि उनक एनजीओ लगातार सूखे से प्रभावित इलाकों में किसानों की बेहतरी की दिशा की तरफ काम कर रहा है, लेकिन तनुश्री द्वारा जो आरोप लगाए गए हैं उससे उनकी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचा है।
बता दें कि तनुश्री ने अक्टूबर 2018 यानि कि 10 साल पहले फिल्म 'हॉर्न ओके प्लीज' के सेट पर एक गाने की शूटिंग के दौरान तनुश्री ने अभिनेता नाना पाटेकर पर गलत ढंग से छूने और बदतमीजी करने का आरोप लगाया था। इस खुलासे के बाद तनुश्री भी फिल्म इंडस्ट्री छोड़ अमेरिका में सेटल हो गई थीं। वहीं तनुश्री के इस आरोप को नाना पाटेकर को गलत बताया था। कोर्ट ने पिछले साल जून में सभी आरोपियों ने खिलाफ केस को बंद कर दिया था।
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