राष्ट्रीय पुरस्कार मिलने के बाद मेरी जिम्मेदारियां और ज्यादा बढ़ गई है। फैंस की उम्मीदों पर खरा उतरने और बेहतरीन म्यूजिक देने की मैं पूरी कोशिश करूंगा। यह कहना है फिल्म 'उरी: द सर्जिकल स्ट्राइक' में अपनी आवाज का जादू बिखेरने वाले सिंगर और म्यूजिक कम्पोजर शाश्वत सचदेव का। शाश्वत ने पत्रिका एंटरटेनमेंट से खास बातचीत में अपनी जर्नी और आगामी प्रोजेक्ट के बारे में बताया।
तीन साल की उम्र शुरू संगीत सीखना
'उरी' को 66वें नेशनल अवॉर्ड में बेस्ट म्यूजिक डायरेक्शन के लिए शाश्वत को अवॉर्ड दिया गया। इसका श्रेय उन्होंने अपनी पूरी टीम को दिया। उन्होंने कहा, मैंने तीन साल की उम्र से ही संगीत सीखना शुरू कर दिया था। इसमें मेरी मां ने बहुत सपोट किया। 8 साल की उम्र से कम्पोजिंग सीखना शुरु किया। 12वीं क्लास के बाद प्यानो बजाना सीखा। इसके बाद मैं हॉलीवुड गया और वहां म्यूजिक सीखा। मैंने 21 साल तक संगीत सीखा।
डेढ घंटे में तैयार किया म्यूजिक
शाश्वत ने कहा, 'हमने फिल्म के शुरू होने के पहले ही तकरीबन डेढ़ घंटे का म्यूजिक तैयार कर लिया था। मैंने और मेरे डायरेक्टर ने मिलकर पहले ही इसके स्क्रिप्ट के अनुसार म्यूजिक बना लिया था। जब हमने फिल्म देखी तो इस बात पर ध्यान दिया कि कौनसा म्यूजिक किस सीन में आना चाहिए, कौनसा इंस्ट्रूमेंट किस सिचुएशन में सही रहेगा। मेरी टीम में सभी यंग हैं, सबकी उम्र 28 से कम है और सबने इसके लिए बहुत मेहनत की है। तो मैं पूरी टीम को इसकी बधाई देना चाहता हूं।'
रिया कपूर ने दिया पहला मौका
शाश्वत ने बताया कि रिया कपूर ने वर्ष 2018 में फिल्म 'वीरे दी वेडिंग' में मौका दिया। इस मूवी में उन्होंने 'पप्पी ले लून', 'बेस गिरा दे राजा' और 'भंगड़ा ता सजदा' गाना गाए। हालांकि इससे पहले निर्देशक अन्शाई लाल की हिंदी रोमांटिक कॉमेडी फिल्म 'फिल्लौरी' रिलीज हुई थी। इसमें उन्होंने म्यूजिक दिया। इसके बाद अक्षत वर्मा की लिखित और निर्देशित ब्लैक कॉमेडी फिल्म 'कालाकांडी' में टाइटल ट्रैक दिया। इस साल में उनके कई प्रोजेक्ट आने वाले है।
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